सेल्फ-एंटरप्राइजिंग स्किल को बढ़ाकर अपने लक्ष्य को किया जा सकता है हासिल:जिम रॉन

कठिन लक्ष्य को तय करने का मतलब है कि अपने रिस्क लेने और नए अवसरों को पैदा करने की स्किल को बढ़ाना। इसे सेल्फ-एंटरप्राइजिंग स्किल कहते हैं। इसे बढ़ाकर अपने लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। ऑथर और मोटिवेशनल स्पीकर जिम रॉन बता रहे हैं, कैसे खुद में सेल्फ-एंटरप्राइजिंग स्किल विकसित करें-


अपने मेंटल रोडब्लॉक्स को कागज पर उतारें
सेल्फ-एंटरप्राइज की पहली शर्त क्रिएटिविटी है। किसी प्रॉब्लम को कागज पर लिखकर आप उससे इमोशन निकाल लेते हैं। एक कागज के बाईं तरफ अपनी प्रॉब्लम लिखिए और दाईं तरफ उसके सॉल्यूशंस। सॉल्यूशंस लिखने से पहले खुद से ये तीन सवाल पूछिए-



  • मैं यह समस्या के समाधान के लिए क्या कर सकता हूं?

  • मैं ऐसा क्या पढ़ूं जो समाधान ढूंढने में मेरी मदद करे?

  • मैं इसके लिए किससे सलाह ले सकता हूं?


ब्रेनस्टॉर्मिंग एबिलिटी करें डेवलप 
आपने यह बात पहले भी कई बार सुनी होगी। लेकिन ब्रेनस्टाॅर्मिंग आखिर है क्या? यह है अपने सभी ऑब्जेक्शंस व नेगेटिव्स से मुक्त होकर एक आइडिया को अपने ब्रेन में रखकर उसे खुला छोड़ देना। यानी विचारों की प्लानिंग करने की बजाए खुले तौर पर सोचना।


इफेक्टिव ब्रेनस्टॉर्मिंग तभी संभव है जब आप किसी भी प्रकार के ईगो से मुक्त हों और कुछ बचकाना कहने का डर आपमें न हो। ऐसा इसलिए क्योंकि आपका बचकाना आइडिया ग्रुप में ब्रेन्स्टॉर्म करते समय किसी अन्य इंसान को नया आइडिया दे सकता है।